BEST OF FIVE बेस्ट ऑफ़ फाईव हुवा समाप्त :
जाने परीक्षा परिणाम पर क्या होगा असर !
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा आखिरकार सत्र 2024-25
से कक्षा दसवीं में बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति को समाप्त कर ही दिया गया
है इस संबंध में परीक्षा लेने वाली माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा
औपचारिक पत्र जारी कर दिया गया है
जानते हैं आखिर क्या है बेस्ट ऑफ़ 5
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा बेहतर परीक्षा परिणाम लाने के लिए वर्ष 2016 से मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग एवं जनजातीय कार्य विभाग माध्यमिक शिक्षा मंडल अंतर्गत विद्यालयों में अध्यनरत विद्यार्थियों के लिए कक्षा दसवीं में पद्धति को लागू किया गया था इसके अंतर्गत विद्यार्थी को कक्षा दसवीं में संचालित विषयों की परीक्षा होती है किंतु विद्यार्थी द्वारा पांच विषयों में अधिकतम अंक प्राप्त किए जाते हैं उन्हीं विषयों के आधार पर परीक्षा परिणाम तैयार किया जाता है इसे एक उदाहरण की सहायता से समझा जा सकता है यदि कोई विद्यार्थी विषयों की परीक्षा में सम्मिलित होता है और उनमें से किसी एक विषय
में अनुत्तीर्ण हो जाता है या कम अंक प्राप्त करता है प्राप्त अंकों के आधार पर उसका परीक्षा परिणाम जारी कर दिया जाता है हालांकि अनुत्तीर्ण होने की दशा में उसे छठवें विषय की परीक्षा में सम्मिलित होकर उत्तीर्ण होना आवश्यक रहता है किंतु परीक्षा परिणाम इन 6 विषय में से किन्ही पांच विषयों के सर्वोच्च अंकों के आधार पर ही घोषित किया जाता रहा है
क्या हो रहा था नुकसान
मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग अंतर्गत कक्षा दसवीं की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले विद्यार्थी अक्सर गणित अंग्रेजी विज्ञान जैसे विषयों को ठीक से समझ पाने में कठिनाई महसूस करते रहे हैं ऐसे में बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति लागू होने से विद्यार्थी इनमें से अमूमन गणित जैसे कठिनाई महसूस करने वाले
विषयों को कम पढ़ते थे जिससे कम अंक प्राप्त करने पर भी वह अच्छे अंको से उतरन हो जाते थे इसके साथ ही छठे विषय के रूप में गणित जैसे विषयों में कम अंक प्राप्त करने पर उन्हे भविष्य में
नौकरी संबंधी कठिनाइयों भी आने लगी थी इस कारण आखिरकार स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा दसवीं में बेस्ट ऑफ फाइव पद्धति को समाप्त कर दिया गया है
अब क्या होगा परीक्षा परिणाम पर असर
सत्र 2024-25 से कक्षा दसवीं मैं बेस्ट ऑफ़ फाइव पद्धति सोने का असर निश्चित तौर पर ही 2025 में होने वाली परीक्षा के परिणाम पर होना तय है क्योंकि वैसे ही मध्य प्रदेश में शिक्षा का बिस्तर बहुत अच्छा नहीं कहां जा सकता है एक में सभी 6 विषयों के अंकों के आधार पर परीक्षा परिणाम जाने पर इसका असर विद्यार्थियों की अंकसूची पर पढ़ना तय है साथ ही कुछ वर्ष पूर्व मध्य प्रदेश स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा दसवीं के खराब परीक्षा परिणाम के आधार पर ही 16 शिक्षकों को नौकरी से निकाल दिया गया था ऐसे में पुनः सभी 6 विषयों की परीक्षा होने पर विद्यार्थियों के अधिक संख्या में फेल हो जाने से शिक्षकों को भी आगामी समय में कठिनाइयों का सामना पड़ सकता है इस हेतु उन्हें सत्र के प्रारंभ से ही विद्यार्थियों के पठन- पाठन पर गहराई से ध्यान देना होगा
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